असली भूत की कहानी| Top 3 Best Real Bhoot Ki Kahani

Hello friends, welcome to Real bhoot ki kahani in hindi post, today we will see top 3 रियल भूत की कहानी in detail. If you like to read Horror stories, in the upcoming part, there is surprise for you.

नमस्कार दोस्तो , स्वागत है आप्का नई असली भूत की कहानी मे । आज ह्म Real Bhoot Ki Kahani बतानॆ ज रहे है | अगर आपको एसी हि रियल भूत की कहानी और देखनी है , तो हमारी वेबसाइत् की अन्य Real horror stories in hindi जरुर देखिएगा आपको निस्चित हि पसन्द आयेगा।

असली भूत की कहानी| Top 3 Best Real Bhoot Ki Kahani, Asli bhoot ki kahani
Bhoot ki real kahani
इस Real Bhoot Ki Kahani ( असली भूत की कहानी   ) लेख में चित्रित कहानी, सभी नाम, पात्र और घटनाएं काल्पनिक (may be) हैं। वास्तविक व्यक्तियों (जीवित या मृत), स्थानों, इमारतों और उत्पादों के साथ कोई पहचान का इरादा नहीं है या अनुमान लगाया जाना चाहिए। 

Real Bhoot Ki Kahani

चीखती सुरंग ( screaming tunnel)


असली भूत की कहानी – १। दुनिया में बहुत सी ऐसी जगहें हैं जहां रूहों का वास होता है। रूहें, आत्‍माएं या फिर बुरी शक्तियां शुरू से ही इंसानी दिमाग के लिए एक क्‍वीदंती ही बनी रही हैं। कभी-कभी कुछ लोगों ने इन्‍हे महसूस किया है और अपने राय दूसरों को दिए हैं, लेकिन इंसानी स्‍वभाव या तो बहुत जल्‍दी ही किसी बात को मान लेता है या तो किसी डर की वजह से जिंदगी भर एक हकीकत से मूंह मोड़े रहता है।

रूहों के बारे में एक बात बहुत से लोग जानना चाहतें है कि, आखिर ये रूहें या फिर आत्‍माएं कहां से आती हैं? या फिर इनका जन्‍म या निर्माण कैसे होता है? आपको बता दें कि इनका जन्‍म किसी जीव की मौत के बाद ही होता है। दुनिया में कई तरह की मौतें होती है जैसे कि, बिमारी से मौत, हत्‍या, आत्‍महत्‍या, हादसों से मौत या फिर एक सामान्‍य उम्र गुजरने के बाद मौत।

लेकिन इन सारी मौतों में जो मौत सबसे अलग होती है वो है सामान्‍य उम्र गुजारने के बाद होने वाली मौत। जो भी जीव इस पृथ्‍वी पर जन्‍म लेता है उसकी मृत्‍यु भी तय होती है यहां तक माना जाता है कि जीव अपने जन्‍म के साथ अपने मौत का समय और जरीया भी साथ ही लाता है। लेकिन कभी कभी वो जीव अपने मौत के समय से पूर्व ही काल के गाल में समा जाता है जो कि अकाल मृत्‍यु कही जाती है। असली भूत की कहानी।

इंसानी जान पर केवल उसके भाग्‍य का ही अधिकार नहीं होता है अपितु उसके आस-पास के लोगों का भाग्‍य या वातावरण भी उसकी किस्‍मत और जीवन-मौत का फैसला कर देते हैं। यही अकाल मृत्‍यु जोकि समय के पूर्व किसी जीव की हो जाती है तो उसे अपनी आयु पूरी करनी पड़ती है। अपनी आयु पूरी करने के लिए ही जीव शरीर को त्‍यागने के बाद भी इस मृत्‍यु लोक में रूहों और आत्‍माओं के रूप में भटकता रहता है।

ऐसी रूहें जिनके साथ कोई हादसा हुआ हो, हत्‍या हुयी हो, या फिर उन्‍होंने आत्‍महत्‍या की हो। ये सारी आत्‍माएं परमात्‍मा की मर्जी से पहले ही अपना शरीर छोड़ देती हैं, लेकिन उन्‍हे अपना समय पूरा करने के बाद ही मृत्‍युलोक से मुक्‍ती मिलती है। अभी तक आपने इस सिरीज के लेख में बहुत सी भयानक इमारतों, होटलों, अस्‍पतालों के बारें में पढ़ा लेकिन इस बार आपको एक ऐसे टनल के बारें में बताया जायेगा जहां रूह का खौफ इतना है कि वहां इंसान माचिस की एक तीली जलाने मात्र से कांप उठता है।असली भूत की कहानी।

स्‍क्रीमिंग टनल जैसे कि नाम से ही आपको आभास हो गया होगा कि इस टनल का खौफ कीतना भयानक होगा। यह टनल कनाडा के ओनटेरियो के नियाग्‍रा फाल्‍स के पास स्थित है। इस टनल का निर्माण ग्रांड ट्रेक रेलवे लांइस के ठिक नीचे किया गया था। जो कि उस इलाके में पानी के बहाव को पास के खेतो आदी की तरफ मोडने के लिए प्रयोग किया जाता था। इस टनल को सन 1900 में बनवाया गया जो कि लगभग 16 फीट उंचा, और 125 फीट लंबा टनल है।असली भूत की कहानी।

**क्‍या हुआ था टनल में **

— टनल के निर्माण के बाद सब कुछ ठीक चल रहा था। लेकिन कुछ समय बाद ही एक ऐसा हादसा हुआ जिसने स-पास के लोगों को हिला कर रख दिया। चुकिं इस टनल के आस-पास उस वक्‍त कुछ खास आबादी नहीं थी और इस टनल में हमेशा पानी भी नहीं भरा रहता था। जब पानी बढ़ जाता था तब इस टनल का प्रयोग किया जाता था। उस समय इस टनल में कई हादसें हुए जिनमें से एक हादसा ऐसा था जिससे आज भी ओनटेरियो उबर नहीं पाया हैं।

यह उस समय की बात है जब इस टनल में पानी नहीं था। उस समय टनल के दक्षिण तरफ एक लकड़ी का घर था। उस घर में एक बाप बेटी रहा करते थे। उस समय टनल के पास बहुत तेज हवा चल रही थी, और चारों तरफ भयानक अंधेरी रात थी। इसी दौरान उस मकान में अचानक आग लग गयी। उस समय घर में वो लड़की अकेले अपने पिछले कमरे थी। हवा का रूख भी उसी तरफ था और देखते-देखते आग ने पुरी तरह उस मकान को अपने आगोश में ले लिया।

तब लड़की को आग का पता चला तो वो घर के पिछले हिस्‍से से भागने के लिए उठी, तब तक आग ने रौद्र रूप धारण कर लिया था और मकान का एक हिस्‍सा उसके उपर आ गिरा। लड़की किसी तरह वहां से भागी लेकिन उसके कपड़ो में आग पकड़ चुकी थी। लड़की खुद को बचाने के लिए टनल की तरफ भागी ताकि वो टनल के पानी में कूद सके। लेकिन जब तक वो टनल तक पहुंची वो बुरी तरह जल चुकी थी और जब उसने टनल में छलांग लगायी तो सीधे जमीन पर आ गिरी।असली भूत की कहानी।

टनल में उस समय पानी नहीं छोड़ा गया था। आग से बुरी तरह लीपटी हुयी उस लड़की की चीखउस इलाके में गूंज गई। उसकी चीख इतनी भयानक थी कि आस-पास के कई लोग वहां आ पहुंचे और टनल के उपर से आग से लड़ती हुई इस लड़की को देखते रहे, लेकिन किसी ने भी उसे बचाने की हिम्‍मत नहीं की और आखिरकार आग से हारकर उस जवान लड़की ने वहीं दम तोड़ दिया। इसके अलांवा एक और हादसा इस टनल में हुआ, ये हादसा भी एक युवती के साथ ही हुआ।

टनल के आस-पास के लोगों का मानना है कि एक बार रात में कुछ वहशी दरिन्‍दो ने एक लड़की के साथ इस टनल के अन्‍दर सामूहिक बलात्‍कार किया था। इतना ही नहीं बलात्‍कार करने बाद उन दरिन्‍दों नक अपनी काली करतूत छिपाने के लिए उस बेचारी लडकी के उपर तेल डालकर उसे जला दिया था। लोगों का कहना है कि उस समय वो लड़की भी बहुत भयानक चिख रही थी।असली भूत की कहानी।

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लेकिन आस-पास के लोग पुराना हादसा देखे थे और उन्‍हे लगा कि शायद उसी लड़की की रूह चीख रही है। सुबह जब लोग टनल के पास गये तो देखा कि एक लड़की का अधजला शव जमीन पर पड़ा था और टनल की दिवारों पर उस लड़की के चढ़ने के निशान भी मौजूद थे। तब से लेकर आज तक उस टनल के आस-पास रात में गुजरने से भी लोग डरते हैं। लोगों का कहना है कि आज भी रात में कोई उधर से गुजरता है तो टनल के अंदर से सिसकने और शरीर के जलने जैसी बदबू आती हैं।

टनल में रूहें ऐसा माना जाता है कि कोई भी टनल में रौशनी करता है तो उन दोनों ही लड़कियों की रूहे परेशान हो जाती हैं। एक बार टनल की सफाई के लिए एक आदमी टनल में उतारा गया था। उस समय वो टनल की सफाई करते-करते थक गया था। उसी समय उसने पास से एक सिगरेट निकाली और उसे जलाने के लिए माचिस निकाली। जैसे ही उसने माचिस जलाई माचिस बुझ गयी, उसने दोबारा कोशिश की तो तेज हवा टनल की दूसरी तरफ से चलने लगी।

उसके बाद वो वहां से उठा और हवा से बचने के लिए टनल के अंदर चला गया और एक कोने में जाकर माचिस जलाने लगा। जैसे ही उसने तीसरी बार माचिस जलाई तभी एक भयानक चीख उस टनल में गुंज गयी और उस सफाईकर्मी ने अपने सिर के ठिक उपर एक लड़की के साये को देखा जो कि किसी छिपकली की तरफ टनल के दिवारों से चिपकी थी उसका पुरा चेहरा जला था और वो बार-बार चीख रही थी। च‍ीख इतनी भयानक थी कि आस-पास के लोगों ने भी उसे सुना।असली भूत की कहानी।

टनल के उपर काम कर रहे लोग दौड़कर टनल के अंदर झुक कर देखने लगे। तो उन्‍होने देखा कि वो आदमी टनल के अंदर जमीन पर बेहोश पड़ा है और उसके हाथ में माचिस थी। किसी तरह उसे बाहर निकाला गया और उसे इलाज के लिए अस्‍पताल में भर्ती कराया गया। वो आदमी जिंदा बच गया और उसने आपनी आप बीती लोगों को बतायी लेकिन कुछ दिनो के बाद उसका मानसिक सुतुलन बिगड़ गया।

आज भी लोग करते है महसूस आज भी उन दोनों रूहों को लोग महसूस करते हैं। इस समय भी यदि आप टनल के बीचों बीच जाकर एक माचिस की तीली जलाते है तो एक भयानक चीख आप आसानी से सुन सकते हैं। लेकिन इसके लिए बहुत हिम्‍मत की जरूरत ह‍ोती है। ऐस करने के दौरान आपकी जान पर भी बन सकती है। स्‍क्रीमिंग टनल से जुड़े रोचक तथ्‍य सन 1900 में हुआ था निर्माण इस टनल को सन 1900 में बनवाया गया जो कि लगभग 16 फीट उंचा, और 125 फीट लंबा टनल है।

कई हादसे हुए इस टनल में जब पानी बढ़ जाता था तब इस टनल का प्रयोग किया जाता था। उस समय इस टनल में कई हादसें हुए जिनमें से एक हादसा ऐसा था जिससे आज भी ओनटेरियो उबर नहीं पाया हैं। टनल में परेशान रूह ऐसा माना जाता है कि कोई भी टनल में रौशनी करता है तो उन दोनों ही लड़कियों की रूहे परेशान हो जाती हैं। सुनाई देती है चीख आज भी उन दोनों रूहों को लोग महसूस करते हैं। इस समय भी यदि आप टनल के बीचों बीच जाकर एक माचिस की तीली जलाते है तो एक भयानक चीख आप आसानी से सुन सकते हैं।असली भूत की कहानी।

जलती हुई लड़की कहा जाता है कि कुछ गांव वालों ने टनल से जलती हुई लड़की को भागते हुए देखा था। और उसी लड़की की रूह यहां आज भी भटकती है। टनल में बलात्‍कार कहा जाता है कि कुछ लोगों ने एक लड़की के साथ इसी टनल में सामूहिक बलात्‍कार किया और जला कर मार डाला।

इसी टनल में उसकी जली हुई लाश मिली थी। टनल में फिल्‍में इस टनल में दि डेड जोन फिल्‍म की शूटिंग की हो चुकी है, यह एक हॉरर मूवी है, जो 1983 में रिलीज हुई थी। टनल के आस-पास शूटिंग एक और फिल्‍म लाइमस्‍टोन बर्निंग की शूटिंग भी टनल के अंदर व आसपास हो चुकी है। फिल्‍म में नियाग्रा फॉल्‍स दिखाये गये हैं। असली भूत की कहानी।

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कोटा की रियल डरावनी कहानी

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असली भूत की कहानी

असली भूत की कहानी-२ । राजस्थान के कोटा शहर में एक पुरानी हवेली है। हवेली का नाम है ब्रिज भवन जो अब एक होटल है। इस होटल में देश दुनिया से पर्यटक आते हैं, लेकिन इसके अंदर कदम रखते ही एक आहट सी होती है। वो आहट है यहां पर वास करने वाली आत्मा की। कहा जाता है कि ब्रिज भवन में एक अंग्रेज की आत्मा आज भी वास करती है। वो अंग्रेज जिसे भवन के सेंट्रल हॉल में उसके दो जुड़वां बेटों के साथ मार दिया गया था।

*** होटल की कहानी***

यह भवन 180 साल पुराना है। इसे हेरिटेज इमारत के रूप में घोष‍ित कर दिया गया है। बात 1857 की है, जब देश भर में अंग्रेजों के ख‍िलाफ जंग छिड़ी हुई थी। चंबल नदी के किनारे स्थ‍ित ब्रिज भवन का निर्माण को ब्रिटिश रेजीडेंसी के रूप में किया गया था। ब्रिटिश राज में हिंदू-मुसलमानों के बीच अंग्रेजों ने झगड़ा करवा दिया। मंदिरों के पास गो मांस फेंक देते और मस्ज‍िदों के पास सुअर का मांस।

इस वजह से दोनों धर्मों के बीच जंग छिड़ गई। 1829 में सती प्रथा पर प्रतिबंध लगा दिया गया। बाद में जब आम जनता को अंग्रेजों की चाल समझ में आ गई, तब दोनों समुदायों के लोग एक जुट हो गये और एक संगठन बना लिया। 1857 में अफवाह फैल गई कि भारतीय सिपाहियों को दी जाने वाली बंदूकों की गोलियों को बनाने में पोर्क और बीफ का इस्तेमाल किया जाता है। असली भूत की कहानी।

हिंदुओं में गोमांस और मुसलमानों में पोर्क पूरी तरह प्रतिबंध‍ित है। लिहाजा सिपाहियों ने विद्रोह कर दिया। इसी विद्रोह के दौरान मेजर चार्ल्स बर्टन और उसके दो जुड़वां बेटे कोटा रेजीडेंसी में रहते थे। *** भवन के सेंट्रल हॉल में हुआ नरसंहार *** सिपाहियों ने विद्रोह की जंग छेड़ दी और ब्रिज भवन को घेर लिया। उस वक्त मेजर बर्टन की सुरक्षा में महज एक ऊंट-चालक था। सिपाहियों के गुस्से को देख मेजर के दोनों बेटे ऊपर के माले पर चले गये और चिल्ला-चिल्ला कर मदद मांगने लगे।

जबकि मेजर को नीचे सेंट्रल हॉल में सिपाहियों ने पकड़ लिया और वहीं पर चाकू से गोद कर हत्या कर दी। पिता की मौत को देख दोनों बेटे ऊपर की ओर भागे और अंत में जब उन्हें कुछ नहीं मिला तो छत से कूद गये। ऊंचाई से गिरने के तुरंत बाद उन दोनों को भी मार डाला गया। यह मंजर बेहद खौफनाक था, क्योंकि बाप के किये की सजा बेटों को भुगतनी पड़ी थी।असली भूत की कहानी।

अचानक हुई मौत के बाद बर्टन की आत्मा को शायद शांति नहीं मिली और लोग कहते हैं कि उसकी आत्मा आज भी इसी ब्रिज भवन में निवास करती है। इस बात की पुष्ट‍ि 1980 में कोटा की पूर्व महारानी ने ब्रिटेन के पत्रकार को दिये गये इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने कई बार अपने ड्रॉइंग रूम (सेंट्रल हॉल) में मेजर के भूत को देखा है।

उन्होंने यहां तक बताया कि उन्होंने एक बूढ़े आदमी के अक्स को देखा, जिसके हाथ में एक डंडा था। हालांकि उन्होंने बताया कि उस आत्मा ने उन्हें कभी कोई क्षति नहीं पहुंचायी। ब्रिज भवन जो अब कोटा स्टेट गेस्ट हाउस बन गया है, यहां काम करने वाले लोग बताते हैं कि अक्सर छत व बागीचे में किसी के चलने की आवाजें आती हैं। लोग बताते हैं कि अगर रात के अंधेरे में कोई छत पर या बागीचे में जाता है, तो उसे थप्पड़ पड़ जाता है। लोगों का मानना है कि यह थप्पड़ कोई और नहीं मेजर का भूत ही मारता है।असली भूत की कहानी।


लंदन की रियल डरावनी कहानी


असली भूत की कहानी-३ । मौत, फांसी, कत्‍ल, हादसे किसी भी शानदार से शानदार जगह को विरान बना देते हैं। जैसा कि आपको पूर्व के लेख में बता दिया गया था, कि हम रूहों और आत्‍माओं के लिए कोई एक जगह निश्‍चीत नहीं कर सकते। लेकिन वो अदृश्‍य और स्‍वतंत्र हैं वो चाहे जहां भी अपना बसेरा कर सकती हैं। लेकिन ज्‍यादातर मामलों में रूहें और आत्‍माएं हादसों की जगहों या अपनी मौत के कारणों के स्‍थान पर ही भटकती रहती हैं।

*** क्‍या होती हैं रूहें और उनकी प्रवृति ***

ऐसी जगहों पर इन्‍हे महसूस किया जा सकता है। यह रूहें हमेशा अपने आप को आम दुनिया से अलग रखना चाहती है। जब हम कभी किसी ऐसी जगह पर एकांत में होते हैं तो इन रूहों का आभास हमें होता है। इनकी भी प्रकृति बिलकुल सांपों से मिलती जुलती है, जब इंसान के सामने कोई सांप अचानक आ जाता है तो वो इंसानों के पैरों के कदमों के आहट के अनुसार चल कर उस जगह से भागना चाहता है, लेकिन एक शब्‍द जिसे डर कहते हैं उसे इंसानी स्‍वाभाव नहीं छोड़ पाता है और उसके फलस्‍वरूप वो सांप को दुश्‍मन मान कर उन्‍हे छेड़ता है या मार देता है। असली भूत की कहानी।

यही वो समय होता है जब सांप भी डर के वशीभूत इंसान पर हमला करता है फुफकारता और इंसान को दूर करने का प्रयास करता है। ठिक वैसे ही रूहें भी एकेले इंसान या शांत जगहों पर जहां उनका बसेरा होता है वहां से इंसान को हटाने के लिए अपने होने का आभास कराती हैं। ये रूहें शरीर विहीन होती हैं इसलिए प्रत्‍यक्ष रूप से आपके समाने नहीं आ सकती, लेकिन आस पास के वातावरण में बदलाव करके, अजीब सी खुश्‍बु पैदा कर, हवा का सहारा लेकर वो इंसानों को डराने का प्रयास करती हैं।

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आज हम आपको अपने इस सीरीज के पांचवें लेख में अमेरिका के ऐसे घर के बारे में बताएंगे जो अपने ही लोगों की मौत, हत्‍या और उनकी आत्‍महत्‍याओं की कहानी बयां करती है। इस घर के लोग तो आज इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी रूहें आज भी इन घरों में मौजूद हैं। अमेरिका के लुसियाना प्रांत के सेंट फ्रेसिसविले में मौजूद इस घर को आज मिर्लेस प्‍लांटेशन के नाम से जाना जाता है। तो आइऐ चलते हैं एक खौफनाक और रोमांचकारी सफर पर। असली भूत की कहानी।

*** मिर्लेस प्‍लांटेशन का इतिहास *** मिर्लेस प्‍लांटेशन का निर्माण सन 1794 में ब नाम के एक अमेरिकी नागरिक डेविड ब्रैडफोर्ड ने कराया था। डेविड ब्रैडफोर्ड का जन्‍म अमेरिका में ही हुआ था और वो वहीं पर रहकर व्‍यापार करते थे। उस समय उन्‍होंने एलिजाबेथ नामक महिला से विवाह किया और कुछ समय बाद उनके पांच बच्‍चे भी हुए।

पांच बच्‍चों के बाद डेविड को एक बड़े मकान की जरूरत पड़ी और उन्‍होंने इस मकान का निर्माण कराया। मिर्लेस प्‍लांटेशन में रहने वाले लोगों की एक के बाद एक करके दस लोगों की मौत हुई। इस मकान को बनवाकर डेविड भी इस मकान में ज्‍यादा दिन नहीं रह पाये। कुछ सालों बाद ही उनकी भी मौत हो गयी थी। डेविड अपने इस मकान का पूरा आनंद नहीं उठा पाये थे, क्‍योकि मौत से पहले उन्‍होंने आर्थिक तंगी के चलते अपना यह मकान एक शिक्षक बायु सारा को बेच दिया था।

सारा डेविड के एक बच्‍चे क्‍लार्क वुडरूफ को अपने साथ रखकर कानून की पढ़ाई करती थी, जिसने कुछ दिनों बाद अपने शिक्षक की ही बेटी सारा मथिल्‍डा से शादी कर ली। डेविड ब्रैडफोर्ड की मौत के बाद उनकी पत्‍नी अकेले थी, तो उन्‍होंने घर में ही बागवानी शुरू कर दी और पौधारोपड़ का काम करने लगी। असली भूत की कहानी।

*** मिर्लेस प्‍लांटेशन में मौतों का सिलसिला *** मिर्लेस प्‍लांटेशन में मौतों का सिलसिला सारा मथिल्‍डा के मौत से शुरू हुआ। सारा की मौत 21 जुलाई 1823 में पिलीया बिमारी से हुयी, उस समय लुसियाना में यह बिमारी अपने चरम पर थी। अभी मिर्लेस प्‍लांटेशन में एक मौत हुयी ही थी कि तभी 1824 में सितम्‍बर माह में सारा के तीन माह के बेटे जेम्‍स की मौत भी पिलीया से हो गयी। उसके बाद वुडरूफ उस घर में और नही रहना चाहता था और वो अपनी मां के साथ कहीं चला गया जहां उसकी मां की भी कुछ दिनों के बाद मौत हो गयी।

उसके बाद वुडरूफ ने इस मकान को स्टर्लिंग नामक परिवार के हाथों बेच दिया। स्टर्लिंग बहुत अच्‍छा परिवार था, स्टर्लिंग अपने परिवार के साथ इस मकान में आयें और इस मकान में उन्‍होने कई फेरबदल किया। स्टर्लिंग ने डेविड के इस मकान को और बड़ा और दुगाना कर दिया। अपने शौक को पुरा करते करते 17 जुलाई 1854 को स्टर्लिंग की भी मौत हो गयी। स्टर्लिंग की पत्‍नी मरियम इस मकान में रहने लगी थी। इसके अलांवा मिर्लेस प्‍लांटेशन में और भी ऐसी मौतें हयी जिसे जानकर आपकी रूह तक कांप उठेगी।असली भूत की कहानी।

*** मिर्लेस प्‍लांटेशन में हत्‍या और आत्‍महत्‍या *** मिर्लेस प्‍लांटेशन में जब वुडरूफ अपने पत्‍नी के साथ तो उसी पत्‍नी ने दो बेटियों को जन्‍म दिया था और वो गर्भवती थी, इसी दौरान वुडरूफ का संबंध अपने एक दासी चेलोय से हो गया था। चेलोय को जबरदस्‍ती वुडरूफ की मांगों को पुरा करना पड़ता था। एक दिन चेलोय ने इसका विरोध किया तो उसका कान काट दिया गया। अपने इसी अपमान के बदला लेने के लिए चेलोय ने एक दिन वुडरूफ के बड़ी बेटी के जन्‍मदिन के केक में जहर मिला दिया।

लेकिन इस केक को वुडरूफ के अलावा उसकी पत्‍नी व दोनों बेटियों ने ही खाया था, जिससे उनकी तो मौत हो गयी लेकिन, वुडरूफ बच गया। अपने इस कृत्‍य पर चेलोय को बहुत शर्मिदगी महसूस हुयी और उसने सजा पाने के डर से खुद को अपने कमरे में फांसी से लटका दिया। उसके बाद वुडरूफ ने उसके शव को काट कर नीचे उतार और उसे पानी में पत्‍थरों के सहारे बांधकर फेंक दिया। असली भूत की कहानी।

उसके बाद वो पार्टी वाले कमरे में गया और उसे हमेशा के लिए बंद कर दिया। कुछ दिनो बाद वुडरूफ अपने घर के पोर्च पर खडा था उसी समय किसी ने उसे गोली मार दी और मौके पर ही उसकी भी मौत हो गयी। *** मिर्लेस प्‍लांटेशन में रूहों का कब्‍जा *** आज भी मिर्लेस प्‍लांटेशन में रूहों का पुरी तरह से कब्‍जा है। यह मकान कई हत्‍याओं और आत्‍महत्‍याओं का गवाह है। मकान के सिड़ीयों के पास जाते समय जब आप अकेले जाएंगे तो ऐसा महसूस होगा कि सारा सीढि़यों से उतर रही है। कई लोगों ने सारा को और उसके बच्‍चों को कमरों में दौड़ते हुए देखने का दावा किया है।

वही मिर्लेस प्‍लांटेशन के बाहर चेलोय के कमरे में आज भी किसी लड़की के सीसकने की आवाजें साफ सुनई देती हैं। मकान के पिछे वाले हिस्‍से में एक पुराना पेड़ है, जहां एक महिला का शव पेड़ से लटका हुआ दिखायी देता है। इसके अलांवा मिर्लेस प्‍लांटेशन का वो कमरा जहां आखिरी बार पार्टी की गयी थी उस कमरे में आज भी उस केक की महक को महसुस किया जाता है, साथ ही साथ बच्‍चों की रोने की आवाजें भी कई लोगों को डरा चुकी है। असली भूत की कहानी।

आज भी इस मकान की विरानी में लोग रूहों के इधर उधर दौड़ने और पेड़ों पर हवा के साथ झुलने को महसूस करते है। मिर्लेस प्‍लांटेशन के अन्‍दर सारा के कमरे के ठिक बगल में एक हाल है जहां एक पुराना सीसा लगा हुआ, कइ लोगों ने इस बात का दावा किया है कि इस सीसे में कभी कभी एक महिला जो कि सफेद लिवास में है और गर्दन झुकी हुयी, आंखों पर काले घेरे और उसका एक हाथ आपकी तरफ इशारा करता है। जैसे कि वो आपकों बुला रही है, इस रूप में देखा गया है। वहीं सारा के कमरे में एक पुराना प्‍यानों रखा हुआ है जो कि दिन भर में कई बार अपने आप बज उठता है।

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