नमस्कार दोस्तो , स्वगत है आप्का नई और अनोखी सच्ची डरावनी कहानिया मे । आज ह्म ५ सच्ची डरावनी कहानिया आपकॊ बतानॆ ज रहे है । Real life horror story in hindi | अगर आप्को भी ऎसी और मजेदार कहानी पद्हनी है तो अवश्य पधे ।
Real life horror story Hindi – सच्ची डरावनी कहानिया
इस real life horror story in hindi लेख में चित्रित कहानी, सभी नाम, पात्र और घटनाएं काल्पनिक हैं। वास्तविक व्यक्तियों (जीवित या मृत), स्थानों, इमारतों और उत्पादों के साथ कोई पहचान का इरादा नहीं है या अनुमान लगाया जाना चाहिए।
कब्रिस्तान मे भूत
आत्माएं, पिशाच और प्रेत पूरी तरह स्वतंत्र हैं. वह किसी को ना तो दिखाई देते हैं और ना ही उन्हें कहीं भी आने-जाने से रोका जा सकता है. वह जब चाहे इंसानी दुनिया को अपना ठिकाना बना सकते हैं और अगर कोई उनकी राह में बाधा पहुंचाने का काम करता है तो वह उसे अपने उद्देश्य में सफल नहीं होने देते. खंडहर हो चुकी इमारतों और श्रापित जगहों पर तो रूहों का कब्जा होता ही है लेकिन इंसानी जीवन का अंतिम पड़ाव कहे जाने वाले कब्रिस्तान में इनका आना-जाना कुछ ज्यादा होता है.
वह मुर्दों के शरीर के पास घूमते हैं, उनके शरीर को घंटों निहारते हैं और चैन की नींद सो रहे उन शवों को जो भी परेशान करने की कोशिश करता है वह उसकी जिंदगी को जहन्नुम से भी बदतर बना देते हैं.ऐसा ही एक स्थान है लंदन का एक कब्रिस्तान, जहां वैम्पायर अर्थात पिशाचों ने अपना डेरा जमाया हुआ है.
लंदन स्थित हाईगेट कब्रिस्तान में स्थानीय लोगों ने हर रात पिशाचों को अपना डेरा जमाए देखा है. वह रात के समय खून की तलाश में इधर-उधर घूमते हैं और अपनी राह में आने वाले हर इंसान को अपना भोजन बना लेते हैं.हाईगेट कब्रिस्तान के कई गेट हैं, यह वही स्थान है जहां दास कैपिटल के रचयिता कार्ल मार्क्स को दफ्न किया गया था.
वर्ष 1839 में जब लंदन अत्याधिक मृत्यु दर जैसे हालातों से जूझ रहा था तभी इस कब्रिस्तान को बनाने का काम शुरू किया गया था. लंदन में रोज काफी लोग मर रहे थे जिन्हें दफनाने का स्थान नहीं मिल रहा था. लोग अपने प्रियजनों को घरों के आसपास दफनाने के लिए मजबूर थे लेकिन ऐसा करने से बदबू और अन्य बीमारियां फैलने लगी थीं.
इसी समस्या को हल करने के लिए हाईगेट कब्रिस्तान का निर्माण करवाया गया था.हाईगेट कब्रिस्तान में ना जाने कितने मृत लोगों के शरीर दफ्न हैं, जिनकी रूहें अकाल मृत्यु के कारण इस स्थान पर अपना डेरा जमाए हुए हैं. ऐसा नहीं है कि यहां आत्माओं और पिशाचों को किसी खास दिन ही देखा जाता है बल्कि यहां तो हर रात एक खौफनाक खेल खेला जाता है
जिसके गवाह कई बार स्थानीय लोग बन चुके हैं लेकिन इस खेल को देखने के बाद उनके साथ कोई ना कोई हादसा भी जरूर होता है, जिसकी वजह से कभी वह इस बात का जिक्र नहीं कर पाए कि आखिर उन्होंने वहां ऐसा देखा क्या था.1970 की बात है जब स्कूल में पढ़ने वाली दो छात्राओं ने यह दावा किया था कि उन्होंने कब्रिस्तान के किनारे पर वैम्पायर को देखा है । सच्ची डरावनी कहानिया ।
इस घटना के बाद वहां घूम रहे एक प्रेमी जोड़े ने भी एक वैम्पायर को देखने की बात स्वीकार की. उनका कहना था कि कब्रिस्तान के तीसरे गेट के पास उन्होंने एक अत्याधिक लंबे-चौड़े आदमी को देखा था जो एक इंसान का खून पी रहा था. उसे देखकर उनके होश उड़ गए और वो भागने लगे. वह वैम्पायर धीरे-धीरे उनके पास आने लगा लेकिन किसी तरह वो अपनी जान बचाकर भागे.
इस घटना के बाद कई अन्य लोगों ने भी वैम्पायर को घूमते-फिरते देखा है इसीलिए आज इस स्थान पर किसी शव को दफनाया नहीं जाता और ना ही इस स्थान पर कोई आता-जाता है। real life horror story in hindi
भूतिया गांव
एक ऐसे गाँव के बारे में बताने जा रहे है जहा के लोग साए के डर में रात भर नहीं सो पाते है | शाम ढलते ही उस गाँव के लोग अपने घरो के दरवाज़े बंद कर लेते है और कुछ लोग उस गाँव के मंदिर में अपनी सलामती के लिए प्रार्थना और भजन कीर्तन करने लग जाते है | उस गाँव के लोगो को लगता है कि रात को रूहानी ताकते उन्हें परेशान कर सकती है |
ऐसा क्या है इस गाँव का रहस्य और कौन इन्हें परेशान कर रहा है आइये आपको विस्तार से बताये |ये मध्य प्रदेश के बैतूल जिले का निरगुड गाँव है | इस गाँव में दिन तो सामान्य होते है लेकिन राते डरावनी हो जाती है | सूरज ने जैसे ही आँखे बंद की , यहाँ के लोगो में खौफ दौड़ने लग जाता है | रात को बुरी आत्माए लोगो में इस कदर भर जाती है कि दिन में उजाले में भी लोग इनकी बाते करके सहम जाते है |
यहा के स्थानीय लोगो को उनके परिवार वाले रात को खेत पर जाने से मना करते है और रात को बिजली भी केवल दो घंटे ही रहती है | घर के कोने में बैठकर लोग रात गुजारते है और रात भर भगवान से ये दुआ करते है कि खौफ का वो साया उनके आस पास भी ना भटके और ना ही कोई रूहानी ताकत उनके घर तक दस्तक दे |चाहे अमावस की रात हो या पूर्णिमा , रात ढलते ही मंदिरों में लोग भजन कीर्तन के लिए निकल जाते है और दुसरी तरफ घरो में कुंडिया लग जाती है |
गलियों में धड़कन बढ़ा देने वाला सन्नाटा छा जाता है | अगर वो सन्नाटा कभी टूटता है तो कुछ रहस्यमयी आवाजे सुनाई पड़ती है | आखिर क्या है ये अनजाना डर ?? कौन है इस गाँव में जो रात होते ही घर की कुंडिया खटखटाने लगता है | कौन है वो भूत जिसके डर में गाँव के 2 हजार लोग बेबस और लाचार हो जाते है ??इसके सच को तलाशने के लिए आज तक की टीम इस गाँव में पहुची | इस टीम में इंडियन परनोर्मल सोसाइटी के गौरव तिवारी और उनके दो साथी भी थे |
उन्होंने रात भर उस गाँव की पड़ताल की | इसके लिए उन्होंने अपने पास गैजेट्स से उनके बारे में पता लगाने की कोशिश की और उन्हें पता चला की EMF रीडर की रीडिंग बहुत ज्यादा थी | सच्ची डरावनी कहानिया ।
अनोखा टापू
आज हम आपको ऐसे टापू के बारे में बताने जा रहे है जो अपने विशेष आकर्षण के कारण पुरे विश्व में मशहूर है | यह टापू मेक्सिको में स्थित है जहा पेड़ पर लटकी अजीबोगरीब शक्लो वाली गुडियों को देखकर आपके पांवो तले जमीन खिसक जायेगी | यह टापू आपको किसी हॉरर फिल्म के लिए तैयार किया हुआ सेट जैसा लगेगा लेकिन इस टापू के पीछे एक गहरी सच्चाई है |क्या है इस टापू की हकीकत और गुडियों को राज , आइये विस्तार से पढ़े |
अमेरिका के मेक्सिको सिटी से 17 किमी दक्षिण में एक छोटा सा टापू है जिसे “La Isla de la Munecas” कहा जाता है | लेकिन गुडियों के वाकये के बारे में सुनकर लोग इसे केवल “The Island Of dolls” के नाम से ही जानते है | इस टापू पर अनेको टूटी फूटी और डरावनी गुड़ियाए आपको पेड़ो पर टंगी मिलेगी |
1990 में जब लोगो की नजर में ये टापू आया तो मेक्सिको सरकार ने इस जगह की मरम्मत कराना शुरू क्र दिया और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया | लेकिन आप लोगो के मन में अभी भी यही संदेह चल रहा होगा कि इस वीरान टापू पर इतनी गुडिया और वो भी पेड़ पर लटकी हुई कैसे मिली | इस रहस्य के पीछे भी एक कहानी है आइये पढ़े क्या है ये कहानी |
आज से कई साल पहले जूलियन नाम का व्यक्ति शहर से दूर एकांत जीवन बिताने के लिए इस टापू पर आया था | उस शख्स के रहने के कुछ दिनों के बाद ही Xochimilco canals में डूबकर एक लडकी की मौत हो जाती है जो वहा परिवार के साथ घुमने आयी थी | तब से उस लडकी की आत्मा उसे परेशान करने लगी |इस घटना के कुछ दिनों बाद लडकी की मौत वाली जगह पर ही उनको तैरती हुई गुडिया मिलती है |
तब उस गुडिया को देखकर सोचा कि कही उस लडकी की आत्मा उसे परेशान ना करने लगे इसके उपाय के लिए उसने वो गुडिया के गले में फंदा डालकर पेड़ पर लटका दिया | उसका विश्वास था कि ऐसा करने से बुरी आत्मा उसके करीब नहीं आ पायेगी | धीरे धीरे जब कई गुड़ियाए तैरती हुई इस टापू पर आने लगी तो उन्होंने इन सबको जमा कर पेड़ पर लटकाता गया और ये संख्या धीरे धीरे बढ़ती गयी |
जुलियन की मौत भी, 2001 में उसी जगह जहा गुड़ियाए मिलती थी, वहा पर रहस्यमयी तरीके से हुई |अब ये टापू एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो गया जहा सैकड़ो लोग यहा पेड़ पर लटकी डरावनी गुडियों को देखने के लिए आते है | रात में ये टापू वीरान पड़ा रहता है क्यूंकि रात को यहा केवल गुडियो का राज होता है । सच्ची डरावनी कहानिया ।
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भूतिया सुरंग
मृत्यु लोक में रूहों और आत्माओं के रूप में भटकता रहता है। ऐसी रूहें जिनके साथ कोई हादसा हुआ हो, हत्या हुयी हो, या फिर उन्होंने आत्महत्या की हो। ये सारी आत्माएं परमात्मा की मर्जी से पहले ही अपना शरीर छोड़ देती हैं, लेकिन उन्हे अपना समय पूरा करने के बाद ही मृत्युलोक से मुक्ती मिलती है।
अभी तक आपने इस सिरीज के लेख में बहुत सी भयानक इमारतों, होटलों, अस्पतालों के बारें में पढ़ा लेकिन इस बार आपको एक ऐसे टनल के बारें में बताया जायेगा जहां रूह का खौफ इतना है कि वहां इंसान माचिस की एक तीली जलाने मात्र से कांप उठता है।यह सुरंग कनाडा के ओंटेरियो के नियागरा फाल्स के पास स्थित है।
इसका निर्माण सन 1900 में उस इलाके में पानी के बहाव को पास के खेतों की तरफ मोडने के लिए ग्रांड ट्रेक रेलवे लांइस के ठीक नीचे किया गया जो कि लगभग 16 फीट ऊंची और 125 फीट लंबी है। सुरंग के निर्माण के बाद सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन कुछ समय बाद ही एक ऐसा हादसा हुआ जिसने आसपास के लोगों को हिला कर रख दिया।इसके आस-पास उस वक्त कुछ खास आबादी नहीं थी और इस सुरंग में हमेशा पानी भी नहीं भरा रहता था।
जब पानी बढ़ जाता था तब इस टनल का प्रयोग किया जाता था। उस समय इसमें कई हादसे हुए जिनमें से एक हादसा ऐसा था जिससे आज भी ओंटेरियो उबर नहीं पाया है।यह उस समय की बात है जब इस सुरंग में पानी नहीं था। उस समय इसके दक्षिण की तरफ एक लकड़ी का घर था। उस घर में एक बाप-बेटी रहा करते थे। उस रात सुंग के पास बहुत तेज हवा चल रही थी और चारों तरफ भयानक अंधेरी रात थी। सच्ची डरावनी कहानिया ।
इसी दौरान उस मकान में अचानक आग लग गई। उस समय घर में वो लड़की अकेले अपने पिछले कमरे थी। हवा का रूख भी उसी तरफ था और देखते-देखते आग ने पूरी तरह उस मकान को अपने आगोश में ले लिया। तब लड़की को आग का पता चला तो वो घर के पिछले हिस्से से भागने के लिए उठी, तब तक आग ने रौद्र रूप धारण कर लिया था और मकान का एक हिस्सा उसके ऊपर आ गिरा।लड़की किसी तरह वहाँ से भागी लेकिन उसके कपड़ो में आग लग चुकी थी।
लड़की खुद को बचाने के लिए सुरंग की तरफ भागी ताकि वो पानी में कूद सके। लेकिन जब तक वो वहाँ तक पहुंची वो बुरी तरह जल चुकी थी और जब उसने सुरंग में छलांग लगाई तो सीधे जमीन पर आ गिरी क्योंकि सुरंग में उस समय पानी नहीं था। आग से बुरी तरह लिपटी हुई उस लड़की की चीख उस इलाके में गूंज गई।
उसकी चीखें इतनी भयानक थी कि आस-पास के कई लोग वहाँ आ पहुँचे और ऊपर से आग से लड़ती हुई इस लड़की को देखते रहे, लेकिन किसी ने भी उसे बचाने की हिम्मत नहीं की और आखिरकार आग से हारकर उस जवान लड़की ने वहीं दम तोड़ दिया।इसके अलावा एक और हादसा इस सुरंग में हुआ, यह हादसा भी एक युवती के साथ ही हुआ। सच्ची डरावनी कहानिया ।
सुरंग के आस-पास के लोगों का मानना है कि एक बार रात में कुछ वहशी दरिन्दों ने एक लड़की के साथ इसके अन्दर सामूहिक बलात्कार किया था। इतना ही नहीं बलात्कार करने बाद उन दरिन्दों नक अपनी काली करतूत छिपाने के लिए उस बेचारी लड़की के ऊपर तेल डालकर उसे जला दिया था। लोगों का कहना है कि उस समय वो लड़की भी बहुत भयानक रूप से चीख रही थी।
लेकिन आस-पास के लोगो ने पुराना हादसा देखा था तो उन्हें लगा कि शायद उसी लड़की की रूह चीख रही है। सुबह जब लोग सुरंग के पास गये तो देखा कि एक लड़की का अधजला शव जमीन पर पड़ा था और सुरंग की दिवारों पर उस लड़की के जलने के निशान भी मौजूद थे।
तब से लेकर आज तक उस सुरंग के आस-पास रात में गुजरने से भी लोग डरते हैं। लोगों का कहना है कि आज भी रात में कोई उधर से गुजरता है तो अंदर से सिसकने और शरीर के जलने जैसी बदबू आती हैं।ऐसा माना जाता है कि कोई भी सुरंग में रोशनी करता है तो उन दोनों ही लड़कियों की रूहें परेशान हो जाती हैं। एक बार सुरंग की सफाई के लिए एक आदमी सुरंग में गया था।
उस समय वो सुरंग की सफाई करते-करते थक गया था। उसी समय उसने पास से एक सिगरेट निकाली और उसे जलाने के लिए माचिस निकाली। जैसे ही उसने माचिस जलाई माचिस बुझ गई, उसने दोबारा कोशिश की तो तेज हवा सुरंग की दूसरी तरफ से चलने लगी। उसके बाद वो वहाँ से उठा और हवा से बचने के लिए सुरंग के अंदर चला गया और एक कोने में जाकर माचिस जलाने लगा सच्ची डरावनी कहानिया ।
।जैसे ही उसने तीसरी बार माचिस जलाई तभी एक भयानक चीख उस सुरंग में गूंज गई और उस सफाईकर्मी ने अपने सिर के ठीक ऊपर एक लड़की के साये को देखा जो कि किसी छिपकली की तरह सुरंग की दीवार से चिपकी थी, उसका पूरा चेहरा जला था और वो बार-बार चीख रही थी।
चीख इतनी भयानक थी कि आस-पास के लोगों ने भी उसे सुना।सुरंग के ऊपर काम कर रहे लोग दौड़कर सुरंग के अंदर झुक कर देखने लगे तो उन्होने देखा कि वो आदमी सुरंग के अंदर जमीन पर बेहोश पड़ा है और उसके हाथ में माचिस थी। किसी तरह उसे बाहर निकाला गया और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। वो आदमी जिंदा बच गया और उसने आप बीती लोगों को बताई लेकिन कुछ दिनों के बाद उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया।
आज भी उन दोनों रूहों को लोग महसूस करते हैं। इस समय भी यदि आप सुरंग के बीचों बीच जाकर माचिस की तीली जलाते हैं तो एक भयानक चीख आप आसानी से सुन सकते हैं। लेकिन इसके लिए बहुत हिम्मत की जरूरत है, ऐसा करने के दौरान आपकी जान पर भी बन सकती है। real life horror story in hindi .
भूतिया घर
अगर किसी घर में सालो से कोई इन्सान नहीं रह रहा हो तो ऐसे घर को प्रेतबाधित घर माना जाता है क्यूंकि उस घर में ऐसा कोई वाकया हुआ होगा जिसकी वजह से उस घर में कोई बस नहीं सका होगा | आज हम आपको ऐसे ही एक विश्व के मशहूर प्रेतबाधित घरो में एक घर से रूबरू करवाते है जहा इन्सान के जाने की हिम्मत नहीं होती है और उस घर में आत्माओ ने अपना कब्ज़ा कर रखा है |
कौनसा है ये घर ??? कहा है ऐसा घर ??? आपके इन्ही प्रश्नों के उत्तर हम आपको बताते हैइस घर का नाम वैले हाउस है और यह अमेरिका में स्थित है | ऐसा माना जाता है कि इस घर को थॉमस वैले ने 1875 में बनवाया था और अपनी पत्नी और तीन बच्चो के साथ इस वीराने में रहने के लिए आ गये | इस घर में आने के कुछ समय बाद ही उसके छोटे बेटे की बुखार की वजह से मौत हो गयी | कुछ दिनों बाद इनके दो लडकियों का जन्म हुआ |
थोड़े दिनों में उसकी पत्नी की भी बीमारी में मौत हो गयी | उसके बाद थॉमस के सबसे बड़े बेटे ने एक लडकी से शादी की और फिर तलाक हो गया | इस सदमे से उसने भी आत्महत्या कर ली | इस तरह एक एक करते 1961 तक थॉमस की मौत के साथ पूरा परिवार खत्म हो गया |ऐसा माना जाता है कि इस मकान को बनाते समय एक मजदूर ने फासी लगाकर जान दे दी सुर उसकी आत्मा यहा घुमती थी |
वैले परिवार को इस बात का पता होने के बावजूद यहा रहने को आये और मौत के काल में समा गये | अब उनके पुरे परिवार की आत्माए इस घर में रहती है इस कारण अब तक इस घर में कोई नहीं रह सका |इस घर के बारे में गहन अध्ययन करने के घोस्ट हन्टर्स की टीम यहा आयी थी | वो जब रात को 12 बजे के बाद जब इस घर में आये तो उन्हें उस घर में किसी के आभास और स्पर्श को महसूस किया |
उन्हें बालो से ढके चेहरे दिखाई दिए जो एकदम गायब हो जाते थे | शीशो पर एकदम ताजा खून के धब्बे दिखाई दिए | और भी ऐसे कई तथ्य थे जिनसे इस घर को प्रेत बाधित मानना पड़ा | अमेरिकन सरकार ने इस घर को म्यूजियम में बदल दिया और यहा आने वाले लोगो को रहो की मौजूदगी का एहसास करवाया |तो मित्रो किस तरह ऐसे कई घर आपको पुरे विश्व में मिल जायेंगे जो आज भी सालो से बंद पड़े और उनके पीछे छुपी है एक कहानी | तो दोस्तों आपको कोई ऐसी प्रेत बाधित घर की कहानी पता हो तो हमे कमेंट के जरिये जरूर बताये | सच्ची डरावनी कहानिया ।
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